Monday, November 30, 2009

डिस्काउंट ऑफर

            मियां हल्कान फेस्टिव सीसन के डिस्काउन्टमयी भव सागर में कोलंबस की तरह गोते लगते हुए जब किसी प्रोडक्ट पर 50% डिस्काउंट पाते हैं, जिसमें कंडीशन अप्लाई होती है तो जनाब ऐसा महसूस करते हैं मानो नई दुनिया की खोज करने का क्रेडिट उन्होंने ही पा लिया हो । जनाब डिस्काउंट औफ़रों से इतने गदगद हैं मानो उन्हें डिस्काउंट न मिला हो बल्की उन्होंने सामान फ्री में झटक लिया हो ।

अब जनाब इन ऑफरों से इतने प्रभावित हो चुके हैं की पूरे घर के मेकओवर का प्लान बना चुके हैं । यह तो गनीमत है की नई बीवी पर डिस्काउंट नही चल रहा है, नहीं तो जनाब उसका भी फायदा उठाने से नहीं चूकते ।

अब मियां हल्कान को कौन समझाए की इस फेस्टिव डिस्काउंट के चक्कर में न पड़ें क्योंकि हमारे देश में कुछ जगह डिस्काउंट ऑफ़र तो साल भर जारी रहते हैं । सबसे पहले बात करें ट्रैफिक पुलिस की । तो जनाब इनका तो डिस्काउंट ऑफ़र इतना अटरैक्टिव होता है की इस ऑफ़र से शायद ही कोई बच पाया हो ।

          अब ख़ुद देखिये बिना हेलमेट के गाडी चलाइये और पकड़े जाने पर तीन सौ की जगह बस पचास का एक पत्ता आगे बढ़ा दीजिये । फिर देखिये आपको कैसे नहीं मिलता है डिस्काउंट ऑफ़र । हाँ, इसमें कंडीशन अप्लाई होती है की इस डिस्काउंट को लेने के बाद अगर आपका एक्सीडेंट होता है तो सर की कोई गारेंटी नहीं होगी ।


लाखों रूपये की बिजली धड़ल्ले से जला डालिए । फिकर नॉट । बिजली विभाग का डिस्काउंट ऑफ़र आपके लिए हमेशा खुला रहता है । लाखों का बिल हजारों में और हज़ारों का बिल सैकड़ों में कन्वर्ट करने का डिस्काउंट ऑफ़र भला आपको कहीं और मिल सकता है ? हाँ, इसमें कंडीशन अप्लाई है की जब आपका कोई रिश्तेदार ज़िंदगी और मौत से जूझ रहा हो और बिजली नहीं आने के कारण ऑपरेशन टल जाए तो आपको बिजली विभाग पर चिल्लाने का अधिकार नहीं होगा ।


           एक यूनीक डिस्काउंट ऑफ़र हमारे यहाँ के कुछ कोचिंग संचालक गुरूजी भी देते हैं । इनकी कोचिंग में नाम लिखा लो साल भर स्कूल न आने का डिस्काउंट ऑफ़र लेलो । तुम इन्हें फीस दो यह तुम्हें नम्बर देंगे ।


          हाँ इनकी कंडीशन भी जान लीजिये । स्कूल के एक्जाम में तो आप श्योर एंड शाट पास हो जायेंगे लेकिन लाइफ और कैरियर के एक्जाम में पास होने की कोई गारेंटी नहीं है ।
हमारे देश की राजनीति का अधिकार ही डिस्काउंट ऑफ़र है । यहाँ तो जितना बड़ा हिस्ट्रीशीटर होता है पार्टियाँ उसे उतने ही बड़े पद का डिस्काउंट ऑफ़र देतीं हैं ।


          सरकार बनानी हो और संख्या बल कम हो तो निगमों, आयोगों, समितियों आदी के अध्यक्ष पदों का मलाईदार डिस्काउंट ऑफ़र आपके लिए हमेशा खुला रहता है । हाँ, इसमें कंडीशन यह होती है की ऐसी सरकारों की कोई स्टेबिलिटी नहीं होती ।

           डिस्काउंट के अटरैक्टिव इस दलदल में अगर कहीं डिस्काउंट की चमक नहीं है तो वह है एक आम आदमी की थाली, जिसको जमाखोरों और मुनाफाखोरों ने दाल-रोटी के लायक भी नहीं रखा ।


लेखक - अलंकार रस्तोगी [APPNAME]

2 comments:

  1. NIce yar ...........how u gather them,,


    u r really working hard..

    1 advice ..use small fonts nd increase spaces between two lines

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